साजिद तरार ने कहा कि भारत का सबसे बड़ा हथियार तकनीकी क्षेत्र में उनका स्किल है, जिसमें आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थान भारत की मुख्य संपत्ति हैं। इस दलील के तहत, उन्होंने कहा कि भारत ने पूरी दुनिया को अपनी तकनीकी शक्ति का प्रदर्शन किया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज, यानी बुधवार को, UAE के आबू धाबी में बने विशाल हिंदू मंदिर का उद्घाटन करेंगे। इस मौके पर उन्हें यूएई के राष्ट्रपति शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान से भी मिलेगा। इसके बाद, वे वहीं से कतर के लिए रवाना हो जाएंगे।
प्रधानमंत्री मोदी का कतर और यूएई दौरा महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह एक सांस्कृतिक संदेश भी है, जो एक मुस्लिम देश में मंदिर के उद्घाटन के माध्यम से दर्शाया जा रहा है। वहीं, कतर ने हाल ही में नौसेना के आठ पूर्व नौसैनिकों को रिहा किया है, जो पहले फांसी की सजा का हिस्सा थे, लेकिन बाद में उनकी सजा पर रोक लग गई थी।
दुनिया भर में भारतीयों का दबदबाः साजिद तरार
साजिद तरार ने एक ही सप्ताह के भीतर भारत की पैठ पर पाकिस्तानी मूल के अमेरिकी एक्सपर्ट और व्यापारी के रूप में टिप्पणी की। उन्होंने कतर द्वारा रिहा किए गए पूर्व भारतीय नौसैनिकों के बारे में कहा कि “मैंने पहले ही कहा था कि भारत जिस तरह से आज दुनिया में डॉमिनेट कर रहा है, कतर इन लोगों को छोड़ेगा। इसमें कोई बड़ी बात नहीं है।” उन्होंने इसके साथ ही एक खबर का उल्लेख किया जिसमें कहा गया था कि अमेरिका ने भारत को ड्रोन डिलीवरी पर रोक लगा दी है, और तत्काल ही उन्होंने कहा था कि “अमेरिका भारत को ड्रोन देगा”। और दूसरे ही दिन खबर आई कि “अमेरिका भारत को ड्रोन डिलीवर करेगा”।
साजिद तरार ने इस इंटरव्यू में कहा कि उनके नजरिए से वॉशिंगटन डीसी के बजाय भारत का दृश्य उन्हें अधिक प्रभावित करता है। उन्होंने भारतीय प्रवासियों, भारतीय अर्थव्यवस्था, और वैज्ञानिक उपलब्धियों के प्रभाव को दर्शाया। उन्होंने भारत की कानूनी व्यवस्था की महत्ता को बताया और चीन के प्रति उनकी स्थिति का भी उल्लेख किया।
उन्होंने भारतीय लॉबी की महत्ता को बताया और इसे अमेरिका की यहूदी लॉबी के बाद सबसे प्रभावशाली माना। उन्होंने भारतीय लॉबी के विशेषता और मजबूती को उजागर किया।
साजिद तरार ने पीएम मोदी के यूएई दौरे को चुनावी कैंपेन के रूप में देखा और मंदिर के उद्घाटन को उसके चुनावी प्रभाव का हिस्सा माना। उन्होंने यह भी कहा कि यूएई में रहने वाले प्रवासी भारतीयों के परिवार द्वारा वोट का महत्व बताया।
भारत और कतर के बीच हुई अहम ट्रेड डील
साजिद तरार ने विवरण में कहा कि वर्तमान में भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक देश है और भारत ने कतर को एक बड़ा गैस आयात कॉन्ट्रैक्ट दिया है, जिसकी वैल्यू 78 बिलियन डॉलर है। इसके साथ ही, उन्होंने उधारण दिया कि भारत ने 8 नेवी नौसैनिकों को कतर से छुड़ाया है, जो कि ट्रेड के परिणामस्वरूप हो सकता है। उन्होंने पूछा कि क्या ऐसे ट्रेड के दौरान आप उनके कैदी रख सकते हैं और यह भी उठाया कि क्या उनपर इजरायल के लिए जासूसी करने का आरोप सही है।
भारत ने कतर से अपने 8 नेवी नौसैनिकों को छुड़ाने के बदले में व्यापार किया है। इसका परिणामस्वरूप, भारत वर्तमान में तेल का तीसरा सबसे बड़ा आयातक देश बन गया है। भारत ने कतर के साथ एक बड़ा गैस आयात का समझौता किया है, जिसकी अमान्यता 78 बिलियन डॉलर है। इस लेन-देन के संदर्भ में, क्या भारत उनके कैदी रख सकता है, यह समीक्षा के अंत में न्यायिक प्रक्रिया के आधार पर तय होगा। दूसरे आरोप के मामले में, जिसमें उन्हें इजरायल के लिए जासूसी का आरोप लगा, वे अब भी निर्धारित तथ्य के आधार पर तय होगा।
यदि आपको इस विषय में अधिक जानकारी चाहिए, तो आपको किसी विधिवत सलाहकार से संपर्क करना चाहिए। वे आपको न्यायिक प्रक्रिया और संभावित विकल्पों के बारे में संपूर्ण जानकारी दे
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