MPPSC 2024 का पेपर टेलीग्राम ग्रुप पर एक नाबालिग लड़के ने डाला था। उसी ने दूसरे स्टूडेंट्स से पेपर के लिए 2500 रुपए मांगे थे। इंदौर पुलिस ने मामले को ट्रेस कर लिया है। आरोपी 10वीं का छात्र है। राजस्थान के झुंझुनू जिले का रहने वाला है।
आरोपी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि पेपर के एवज में कुछ स्टूडेंट्स से उसने रुपए भी वसूले हैं। यूजीसी नेट का पेपर भी इसी तरह सोशल मीडिया पर डाला था, जिसके बाद सीबीआई और आईबी उसका मोबाइल जब्त कर ले गई है।
एग्जाम के एक दिन पहले सौदा, अफसरों ने दर्ज करवाया केस
22 जून को सोशल मीडिया पर एमपीपीएससी 2024 का पेपर लीक होने का मामला सामने आया था। एमपीपीएससी पेपर लीक 2024 के नाम से टेलीग्राम पर ग्रुप बनाया था। इसमें एक लिंक दी गई थी। ग्रुप पर 2500 रुपए में पेपर का सौदा हो रहा था। पेपर पर सेट-ए लिखा था। प्रश्नों का स्तर भी एमपीपीएससी जैसा था।
पेपर बेचने वाले ने ग्रुप पर अपनी पहचान छिपाकर रखी थी। केवल टेलीग्राम की एक आईडी दी थी। पेपर मांगने वालों के लिए क्यूआर कोड भेजा था। क्यूआर कोड पर रुपए भेजने पर पेपर मिलना था। हालांकि, एमपीपीएससी के अधिकारियों ने पेपर लीक की बात से इनकार कर दिया था। अगले दिन 23 जून को जब एग्जाम हुआ और पेपर को मैच किया तो पेपर फर्जी निकला। इसके बाद एमपीपीएससी के अधिकारियों ने इंदौर के संयोगितागंज थाने में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ केस दर्ज करवाया था।
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