झॉंसी -मिथलेश कुमार
हाल में हुई झाँसी मेडिकल कॉलेज में हुई आगजनी की घटना के बाद दतिया जिला अस्पताल के ट्रामा सेंटर में मॉक ड्रिल कर सुरक्षा का जायजा लिया गया |इससे आग की घटना से निपटने के लिए अस्पताल का रियलिटी चेक कर सभी वार्डों में फायर सिस्टम का परीक्षण किया गया।
सिविल सर्जन डॉ. केसी राठौर ने बताया कि अस्पताल में संभावित अग्नि दुर्घटनाओं से निपटने के लिए समुचित व्यवस्थाएं की गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि फायर सेफ्टी के तहत अस्पताल परिसर में अग्निशमन यंत्र, फायर अलार्म और अन्य सुरक्षा उपकरण स्थापित किए गए हैं। अस्पताल के सभी कर्मचारियों को इन उपकरणों के उपयोग के लिए प्रशिक्षित किया गया है, ताकि किसी भी आपता स्थिति में प्रभावी और शीघ्र कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
इनकी रही प्रमुख भूमिका
मॉक ड्रिल में जिला आपदा सलाहकार अनुराग पचौरी, नगर पालिका के इंजीनियर और फायर ऑफिसर देवेंद्र कॉल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। बताया गया कि मॉकड्रिल में नर्सिंगटू ऑफिसर, पैरामेडिकल स्टाफ, वार्ड बॉय, हाउसकीपिंग स्टाफ और सुरक्षा गार्ड सहित अस्पताल के विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने सक्रिय रूप से भाग लिया। इस अभ्यास का उद्देश्य अस्पताल के स्टाफ को आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तैयार करना और मरीजों की सुरक्षा सुनिश्चित करना था।
झाँसी जिला चीफ ब्यूरो
मिथलेश कुमार
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