
नई दिल्ली||
देश के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का 26 दिसंबर को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया. जिसके बाद से पूरे देश में शोक की लहर है. पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का जन्म पंजाब के चकवाल में हुआ था. जो विभाजन के बाद अब पाकिस्तान में है. बंटवारे के बाद उनका पूरा परिवार अमृतसर में रहने लगा. डॉ. मनमोहन के निधन पर उनके पड़ोसी राजकुमार ने उनके विनम्र स्वाभाव को याद करते हुए इसे एक अपूरणीय क्षति बताया है.
स्थानीय निवासी राज कुमार (71) ने बताया कि मनमोहन सिंह स्वर्ण मंदिर के पास पेठा वाला बाजार में रहते थे. सिंह को एक बहुत ही विनम्र व्यक्ति बताते हुए कुमार ने कहा कि मैं तब बच्चा था जब उनका परिवार यहां से चला गया था. उनके स्वभाव की चर्चाएं आज भी लोग किया करते हैं. निधन के बाद से ही पूरा अमृतसर पूर्व पीएम को याद कर रहा है.
देश के पहले सिख पीएम, सबसे लंबे समय इस पद पर रहने वाला चौथे नेता
मनमोहन सिंह, 2004 में देश के 14वें प्रधानमंत्री बने थे। उन्होंने मई 2014 तक इस पद पर दो कार्यकाल पूरे किए थे। वे देश के पहले सिख और सबसे लंबे समय तक रहने वाले चौथे प्रधानमंत्री थे।
मनमोहन सिंह के निधन के चलते केंद्र सरकार ने 7 दिन का राष्ट्रीय शोक घोषित किया है। साथ ही शुक्रवार को होने वाले सभी कार्यक्रम कैंसिल कर दिए गए हैं।
राहुल गांधी और कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे बेलगावी से देर रात दिल्ली पहुंचने के बाद सीधे मनमोहन सिंह के आवास गए थे। राहुल ने X पर लिखा- मैंने अपना मार्गदर्शक और गुरु खो दिया।
इस बीच, कर्नाटक के बेलगावी में चल रही कांग्रेस वर्किंग कमेटी (CWC) मीटिंग रद्द कर दी गई। कांग्रेस स्थापना दिवस से जुड़े आयोजन भी कैंसिल हो गए हैं। पार्टी के इवेंट 3 जनवरी के बाद शुरू होंगे।
मनमोहन का पार्थिव शरीर कल कांग्रेस मुख्यालय में रखा जाएगा, जहां आम लोग उन्हें श्रद्धांजलि देंगे। जानकारी के मुताबिक, मनमोहन का अंतिम संस्कार कल होगा। उनकी बेटियां आज शाम तक अमेरिका से भारत आ जाएंगी। अंतिम संस्कार किस जगह होगा, इसका फैसला प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) करेगा।

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