भोपाल:- विकाश मौर्य

शहडोल में गुरुवार को होने वाले रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में टोरेंट पावर 1600 मेगावाट थर्मल पावर प्लांट के लिए 18 हजार करोड़ रुपए के निवेश का ऐलान करेगा। यह परियोजना राज्य के ऊर्जा क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान देने वाली है। अधिकारियों के साथ चर्चा के बाद इस निवेश को लेकर सहमति बन गई है।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और मुख्य सचिव अनुराग जैन की मौजूदगी में इस कॉन्क्लेव का आयोजन होगा। इस अवसर पर उद्योग विभाग की एक साल की उपलब्धियों पर एक फिल्म का प्रदर्शन भी किया जाएगा, जिससे प्रदेश में हुए विकास कार्यों और उपलब्धियों को दर्शाया जाएगा।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बुधवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि शहडोल में गुरुवार को यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन किया जाएगा। इस कॉन्क्लेव का उद्देश्य क्षेत्रीय उद्योगों को सहयोग और साझेदारी के साथ बढ़ावा देना है। इसमें उद्योगपतियों और निवेशकों के साथ नीति संवाद और नवाचार पर चर्चा की जाएगी।
कॉन्क्लेव में 4 हजार से अधिक प्रतिभागियों और 2 हजार से अधिक उद्योगपतियों के शामिल होने की उम्मीद जताई गई है। यह आयोजन प्रदेश में औद्योगिक विकास को गति देने और निवेश को आकर्षित करने के लिए महत्वपूर्ण साबित होगा।
28 यूनिट्स का लोकार्पण, भूमिपूजन होगा
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 28 औद्योगिक इकाइयों का लोकार्पण और भूमि-पूजन करेंगे। इन नई औद्योगिक इकाइयों में कुल 570 करोड़ रुपए का निवेश किया जाएगा, जिससे लगभग 2600 नए रोजगार के अवसर उत्पन्न होंगे।
यह कदम प्रदेश के औद्योगिक विकास को प्रोत्साहित करने और स्थानीय रोजगार की स्थिति को मजबूत करने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होगा। साथ ही, यह कॉन्क्लेव क्षेत्रीय उद्योगों को प्रोत्साहित करने के साथ-साथ निवेशकों को आकर्षित करने में भी मदद करेगा।
उद्योगपतियों के साथ वन टू वन चर्चा करेंगे सीएम
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव देश के प्रमुख उद्योगपतियों के साथ वन-टू-वन चर्चा करेंगे। इसके माध्यम से वे उद्योगपतियों से प्रत्यक्ष संवाद कर प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने और औद्योगिक विकास की दिशा में सहयोग पर चर्चा करेंगे।
कॉन्क्लेव में तीन सेक्टोरल सत्र भी आयोजित होंगे, जिसमें विभिन्न उद्योगों के लिए नीतियां और संभावनाओं पर विस्तार से चर्चा की जाएगी।
कॉन्क्लेव के शुभारंभ सत्र में मुख्य सचिव अनुराग जैन मध्यप्रदेश के उद्योग दृष्टिकोण पर प्रकाश डालेंगे और साथ ही उद्योग विभाग की एक साल की उपलब्धियों पर आधारित एक फिल्म का प्रदर्शन भी किया जाएगा। यह फिल्म प्रदेश में हुए औद्योगिक विकास और योजनाओं की सफलता को दर्शाएगी।
प्रदर्शनी और स्टॉल लगेंगे
कार्यक्रम स्थल पर व्यापार प्रोत्साहन के लिए बिजनेस प्रमोशन सेंटर और ट्रेड एसोसिएशन तथा शासकीय विभागों के प्रदर्शनी स्टॉल लगाए जाएंगे। इन स्टॉल्स के माध्यम से जी-2-सी (सरकार से नागरिक) संवाद को बढ़ावा दिया जाएगा, जिससे उद्यमियों और निवेशकों को राज्य की विभिन्न योजनाओं और नीतियों के बारे में जानकारी मिलेगी। इस जानकारी के माध्यम से वे बेहतर व्यापारिक निर्णय ले सकेंगे।
इसके अलावा, एक जिला-एक उत्पाद और स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रदर्शनी भी आयोजित की जाएगी। यह प्रदर्शनी स्थानीय कारीगरों और उत्पादकों को अपने उत्पादों को व्यापक दर्शकों तक पहुंचाने का अवसर प्रदान करेगी, जिससे इन उत्पादों को और अधिक पहचान मिल सकेगी और व्यापारिक अवसर बढ़ेंगे।
20 हजार करोड़ के निवेश आने की संभावना
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार देर रात वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हुई बैठक में बताया कि रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में 20 हजार करोड़ रुपए के निवेश प्रस्तावित होने की संभावना है। इस दौरान, मुख्यमंत्री ने स्थानीय उद्योगपतियों से संवाद करते हुए प्रदेश की औद्योगिक नीति, प्रावधानों और निवेशकों को दी जाने वाली सुविधाओं के बारे में जानकारी दी।
उन्होंने कहा कि जो निवेशक मध्यप्रदेश में आ रहे हैं, उन्हें किसी भी प्रकार की कठिनाई नहीं होने दी जाएगी। प्रदेश सरकार उनके लिए अनुकूल और सहायक माहौल बनाने के लिए प्रतिबद्ध है, ताकि निवेश और उद्योगों का विकास हो सके और राज्य में रोजगार के नए अवसर पैदा हो सकें।
दी भारत 24 न्यूज़ भोपाल
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