भोपाल :- विकाश मौर्य

एमआरआई केंद्र के शुभारंभ मौके पर कार्यक्रम को संबोधित करते डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल।
भोपाल के जेपी हॉस्पिटल में अब कम रेट पर MRI जांच की सुविधा उपलब्ध होगी, जो शहर के नागरिकों के लिए एक बड़ी राहत है। डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने बुधवार को इस सुविधा का औपचारिक रूप से लोकार्पण किया। हालांकि, इस सुविधा को शुरू हुए 5 दिन हो चुके हैं और अब हर रोज़ 80 मरीजों को MRI स्कैनिंग की सुविधा मिल रही है।
इस अस्पताल में 1.5 टेस्ला MRI मशीन स्थापित की गई है, जो CGHS (Central Government Health Scheme) से भी कम दरों पर जांच की सुविधा प्रदान करती है। पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (PPP) के तहत कृष्णा डायग्नोस्टिक्स लिमिटेड के माध्यम से यह सुविधा जनता को उपलब्ध कराई गई है। इससे गरीब और मध्यम वर्ग के लोग, जिन्हें महंगे इलाज का सामना करना पड़ता है, अब अधिक सस्ती दरों पर उच्च गुणवत्ता की स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त कर सकेंगे।
यह पहल स्वास्थ्य क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है, जो गरीब और जरूरतमंद लोगों के लिए लाभकारी साबित होगा।
10.50 करोड़ रुपए से बना एमआरआई केंद्र
भोपाल में स्थापित एमआरआई केंद्र 10 करोड़ 50 लाख रुपए की लागत से तैयार किया गया है, जिसमें भवन निर्माण, उपकरण और तकनीकी उन्नयन शामिल हैं। इस केंद्र में 1.5 टेस्ला UMR 580 मशीन लगाई गई है, जो हाल ही में लॉन्च हुई उन्नत तकनीक से लैस है। यह मशीन तेज और सटीक स्कैनिंग की सुविधा प्रदान करती है, साथ ही उन्नत इमेजिंग और ऊर्जा दक्षता को सुनिश्चित करती है।
इस केंद्र की प्रतिदिन 80 मरीजों की स्कैनिंग क्षमता है, जिससे अधिक मरीजों को कम समय में सेवा मिल सकेगी। इसके अलावा, केंद्र में न्यूनतम प्रतीक्षा समय और सटीक रिपोर्टिंग की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है, जिससे मरीजों को गुणवत्तापूर्ण और विश्वसनीय सेवा मिलेगी। यह पहल भोपाल में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुलभ और सस्ती बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो आम जनता के लिए बड़ी राहत साबित होगी।
30% कम रेट में मिलेगी सेवा, आयुष्मान में फ्री
भोपाल के जेपी हॉस्पिटल में मरीजों को उन्नत MRI सुविधाएं अब सीजीएचएस दरों से 30% तक कम शुल्क पर उपलब्ध कराई जाएंगी, जो आम जनता के लिए एक बड़ी राहत है। यह सुविधा आयुष्मान भारत योजना के हितग्राहियों के लिए पूरी तरह से मुफ्त रहेगी, जिससे अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकेंगे।
यहां कुछ प्रमुख MRI सेवाओं की दरें इस प्रकार हैं:
- MRI पेट (प्लेन): 1423 रुपए (सीजीएचएस रेट 2125 रुपए)
- MRI ब्रेन (प्लेन): 1338 रुपए
- MRI कंधा (प्लेन): 1339 रुपए
- MRI घुटना (कॉन्ट्रास्ट): 3014 रुपए
- MRI एंजियोग्राफी (कॉन्ट्रास्ट): 3315 रुपए
- संपूर्ण शरीर की MRI (ऑन्कोलॉजिकल वर्कअप): 3415 रुपए
- MRI पीठ (लम्बर स्पाइन): 1423 रुपए
इस पहल से लोगों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं सस्ती दरों पर मिल सकेंगी, जो विशेष रूप से गरीब और मध्यम वर्ग के परिवारों के लिए बड़ी राहत है। इस कदम से चिकित्सा क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है, जो मरीजों को सही समय पर सही उपचार सुनिश्चित करेगा।

एमआरआई सेंटर का लोकार्पण करते डिप्टी सीएम, मंत्री एवं अन्य।
प्रदेश का पहला जिला अस्पताल
जेपी अस्पताल अब मध्यप्रदेश का पहला जिला अस्पताल बन गया है, जहां मरीजों को एमआरआई जांच की सुविधा उपलब्ध हो रही है। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो प्रदेश के स्वास्थ्य ढांचे को और अधिक सशक्त बनाता है।
इस केंद्र में लगी 1.5 टेस्ला UMR 580 मशीन की क्षमता काफी उच्च है, और यह एक दिन में लगभग 40 मरीजों की एमआरआई जांच कर सकती है। इस सुविधा से न केवल शहर बल्कि आसपास के ग्रामीण इलाकों के लोग भी लाभान्वित होंगे, जिन्हें पहले महंगे अस्पतालों में जाकर जांच करानी पड़ती थी। अब वे कम खर्च पर उच्च गुणवत्ता की एमआरआई जांच प्राप्त कर सकेंगे।
यह पहल जेपी अस्पताल को एक महत्वपूर्ण चिकित्सा केंद्र बना देती है, जो प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच को और बढ़ाने में मदद करेगा।
कई जिला अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन लगाई गई
कार्यक्रम में डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने कहा कि प्रदेश के कई जिला अस्पतालों में अब सीटी स्कैन मशीनें भी स्थापित की गई हैं, जिससे प्रदेश के नागरिकों को सस्ती दरों पर उच्च गुणवत्ता वाली जांच मिल रही है। उन्होंने बताया कि इन अस्पतालों में सीटी स्कैन जांच भारत सरकार की तय दरों से भी कम दर पर उपलब्ध है, जो आम जनता के लिए एक महत्वपूर्ण राहत है।
कार्यक्रम में स्वास्थ्य मंत्री नरेंद्र शिवाजी पटे, विधायक भगल, विवानदास सबनानी, महापौर मालती राय, निगम अध्यक्ष किशन सूर्यवंशी और अन्य जनप्रतिनिधि भी उपस्थित थे। सीएमएचओ डॉ. प्रभाकर तिवारी और सिविल सर्जन डॉ. राकेश श्रीवास्तव भी कार्यक्रम में शामिल थे।
यह पहल प्रदेश के स्वास्थ्य क्षेत्र में सुधार की दिशा में एक बड़ा कदम है, जो न केवल सस्ती और सुलभ सेवाएं प्रदान कर रही है, बल्कि जनता को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं तक पहुंच भी सुनिश्चित कर रही है।

कार्यक्रम में मौजूद लोग
रेडक्रॉस कार्डियक यूनिट धीमे निर्माण कार्य पर फटकार
डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल ने रेडक्रॉस कार्डियक यूनिट के उद्घाटन की योजना के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि उन्हें उम्मीद थी कि आज ही इसका उद्घाटन होगा, लेकिन भवन निर्माण का काम धीमा चल रहा है। उन्होंने निर्माण कार्य प्रभारी को निर्देश दिए कि काम को तेज़ी से पूरा करने के लिए रात-दिन डबल शिफ्ट में काम किया जाए। साथ ही, उन्होंने अस्पताल प्रशासन से इस यूनिट से संबंधित कागजी कार्यों की भी जानकारी ली।
डिप्टी सीएम ने अस्पताल में बनने वाली इस नई कार्डियक यूनिट के बारे में बताया कि यह यूनिट 75-100 बिस्तरों की होगी और इसमें एनजियोग्राफी सहित कई अन्य महत्वपूर्ण परीक्षण (टेस्ट) किए जाएंगे। उन्होंने मशीनों की स्थापना और भवन निर्माण दोनों कार्यों को एक साथ पूरा करने की दिशा में कार्य को गति देने का निर्देश दिया।
इस कार्डियक यूनिट के शुरू होने से क्षेत्र में हृदय रोगों के इलाज में बड़ी सुविधा मिलेगी, और यह मरीजों को उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करेगा।

एमआरआई सेंटर के लोकार्पण के दौरान डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ल एवं अन्य जनप्रतिनिधि।
ग्वालियर में भी शुरू होगी सुविधा
सिविल सर्जन डॉ. राकेश श्रीवास्तव ने जानकारी दी कि जेपी अस्पताल समेत प्रदेश के 6 जिला अस्पतालों में जल्द ही एमआरआई जांच की सुविधा शुरू की जाएगी। जेपी अस्पताल के बाद यह सुविधा ग्वालियर के जिला अस्पताल में शुरू की जाएगी। इन अस्पतालों में 1.5 टेस्ला एमआरआई मशीनें स्थापित की जाएंगी, जिनसे ट्यूमर, आर्थराइटिस, फेफड़ों में संक्रमण, कंधे की चोट, सिर की चोट, कैंसर सहित कई अन्य गंभीर बीमारियों की जांच की जा सकेगी।
यह मशीनें पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मोड पर स्थापित की जा रही हैं, जिससे राज्य के स्वास्थ्य ढांचे में सुधार होगा और मरीजों को कम खर्च पर उच्च गुणवत्ता वाली जांच सेवाएं प्राप्त होंगी। यह पहल प्रदेश में चिकित्सा सेवाओं को और अधिक सुलभ और सस्ती बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
दी भारत 24 न्यूज़ भोपाल
Discover more from The Bharat 24 News
Subscribe to get the latest posts sent to your email.