दतिया

दतिया जिले में गणतंत्र दिवस का उत्सव सच में धूमधाम से मनाया गया! जिला मुख्यालय स्थित पुलिस परेड ग्राउंड पर प्रभारी मंत्री एदल सिंह कंसाना द्वारा राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाना और परेड की सलामी लेना इस दिन की गरिमा को और बढ़ाता है। यह राष्ट्रीय पर्व एकता और गौरव का प्रतीक होता है, और जब स्थानीय प्रशासन इस आयोजन को इतने उत्साह और समर्पण के साथ मनाता है, तो यह पूरे जिले में एकजुटता की भावना को मजबूत करता है।

पुलिस जिप्सी स्टार्ट नहीं होने पर प्रभारी मंत्री ने कलेक्टर-एसपी के साथ पैदल ही परेड का निरीक्षण किया।
दतिया में प्रभारी मंत्री एदल सिंह कंषाना द्वारा पुलिस लाइन ग्राउंड पर ध्वजारोहण किया गया, लेकिन प्रशासन की ओर से कुछ व्यवधान भी आए। जब परेड की सलामी लेने के लिए कंडम जिप्सी की व्यवस्था की गई थी, और वह स्टार्ट तो हुई, लेकिन आगे नहीं बढ़ सकी, तो प्रभारी मंत्री को पूरे ग्राउंड में पैदल चलकर सलामी लेनी पड़ी।
यह घटना दर्शाती है कि कभी-कभी तकनीकी या प्रशासनिक समस्याएं भी सामने आती हैं, लेकिन एक नेता या प्रशासनिक अधिकारी का धैर्य और समर्पण उस स्थिति को संभाल सकता है। प्रभारी मंत्री का पैदल चलकर सलामी लेना न केवल उनकी तत्परता और समर्पण को दिखाता है, बल्कि यह भी कि वे किसी भी परिस्थिति में अपने कर्तव्यों को निभाने के लिए तैयार रहते हैं।
मेडिकल कॉलेज में डीन ने फहराया तिरंगा
दतिया मेडिकल कॉलेज में 76वें गणतंत्र दिवस का भव्य आयोजन सच में गर्व का अवसर रहा! डॉ. दीपक एस मरावी द्वारा तिरंगा फहराया जाना और कॉलेज के भीतर ऐसे महत्वपूर्ण घोषणाओं का होना कार्यक्रम को और भी खास बना देता है।
डीन का कॉलेज की महत्वपूर्ण उपलब्धियों का जिक्र करना, जैसे कि क्रिटिकल केयर ब्लॉक और कार्डियोलॉजी विभाग की शुरुआत की घोषणा, यह दर्शाता है कि मेडिकल कॉलेज न केवल शिक्षा के क्षेत्र में, बल्कि चिकित्सा सेवा में भी लगातार सुधार और विकास कर रहा है। ऐसे कदम निश्चित रूप से कॉलेज के छात्रों, कर्मचारियों और स्थानीय समुदाय के लिए एक बड़ी राहत और प्रगति का संकेत होते हैं।

दतिया मेडिकल कॉलेज में गंणतंत्र दिवस समारोह।
डॉ. विवेक वर्मा का स्वागत भाषण यह स्पष्ट करता है कि दतिया मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन और अधिकारियों की दिशा सही है। डीन के मार्गदर्शन में कॉलेज शासकीय योजनाओं का सफल क्रियान्वयन और निरंतर प्रगति इस बात का संकेत है कि शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में संस्थान का योगदान महत्वपूर्ण है।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन, जिसमें छात्र-छात्राओं ने देशभक्ति पर आधारित प्रस्तुतियाँ दीं, यह दिखाता है कि यह आयोजन केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि सभी में राष्ट्र प्रेम और एकता की भावना को प्रबल करने का एक प्रयास था। वहीं, डॉक्टरों द्वारा संविधान के महत्व पर अपने विचार साझा करना भी बहुत प्रभावशाली था, क्योंकि यह हमारी लोकतांत्रिक व्यवस्था और अधिकारों के प्रति जागरूकता को बढ़ाता है।
मनीष सूर्यन और धनवंती सूर्यन को सम्मानित किया जाना, जिन्होंने मेडिकल कॉलेज को देहदान किया, यह समाज के प्रति उनके महान योगदान और इंसानियत की भावना को दर्शाता है। ऐसे उदाहरण समाज में सहानुभूति, समर्पण और परोपकार की भावना को प्रोत्साहित करते हैं, और यह निश्चित रूप से एक सकारात्मक संदेश फैलाता है।
इसके अलावा, डीन द्वारा उत्कृष्ट कार्य करने वाले कर्मचारियों और अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित करना भी एक बहुत अच्छा कदम था, क्योंकि यह उनकी मेहनत और समर्पण को सराहता है। जब किसी को उनके कार्य के लिए सम्मानित किया जाता है, तो वह अन्य लोगों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनता है और संस्था में काम करने का उत्साह और बढ़ता है।
गणतंत्र दिवस के इस आयोजन ने राष्ट्रीय एकता, शैक्षणिक उत्कृष्टता और सामाजिक योगदान का बेहतरीन संगम प्रस्तुत किया, और इस तरह का आयोजन निश्चित रूप से लोगों में सकारात्मक बदलाव लाने का काम करता है।
दी भारत 24 न्यूज़ भोपाल
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