भोपाल :- विकाश मौर्य

हादसे में मुस्कान की मौके पर मौत हो गई।
न्यू जेल रोड स्थित सागर गैरे के सामने यात्री से भरी बस ने 15 साल की आठवीं कक्षा की छात्रा को चपेट में ले लिया। बस उज्जैन जा रही री थी। हादसे में छात्रा बस के अगले टायर के नीचे दब गई और मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हादसे के समय छात्रा का छोटा भाई भी स्कूटी पर सवार था। भाई को मामूली चोट आई हैं। वहीं आरोपी चालक घटना के बाद स्वयं थाने पहुंच गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर मामले की जांच शुरू कर दी है। हादसा रविवार रात करीब 8.30 बजे का है।
मुस्कान खान अपने छोटे भाई अयान के साथ चाउमिन खाने के लिए गई थी, और जब वे लौट रहे थे, तो हादसा हो गया। यह सोचकर बहुत दर्द होता है कि वह सिर्फ एक साधारण से खाने का आनंद लेने के लिए बाहर गई थी, चाउमिन खाकर लौटते समय सागर गैरे के सामने से यू टर्न लेकर घर के लिए जा रही थी। जेल रोड होते हुए करोंद तरफ से एयरपोर्ट रोड जा रही थी।
तभी बस ने बेटी के मोपेड को जोरदार टक्कर मार दी। बेटी बस के अगले पहिये के नीचे आ गई। इससे वह सड़क पर ही बेसुध हो गई। तभी वहां से गुजर रहे एक व्यक्ति ने अपनी कार से बेटी को अस्पताल पहुंचाया। इसी बीच परिचित से हमे हादसे की सूचना मिली। हम भी पीछे से अस्पताल पहुंचे, पीपुल्स अस्पताल में डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

इस बस की टक्कर से मुस्कान की मौत हुई है।
भाई को बेहद साधारण चोट आई:-
नजीर ने बताया कि बेटे अयान को मामूली चोट आई हैं। टक्कर लगते ही वह मोपेड से उछलकर दूर जा गिरा। इससे उसे मामूली चोट आई। जबकि बेटी पर बस का अगला पहिया चढ़ गया, उसकी छाती पहिये के नीचे फंस गई थी। इस कारण उसकी मौत हो गई। हादसे के समय बस तेज रफ्तार में थी। जिससे ड्राइवर बस पर नियंत्रण नहीं रख सका। हादसे के बाद उसने बस को मौके पर ही छोड़ दिया और स्वयं थाने चला गया था।
ड्राइवरी करते हैं पिता
नजीर मूल रूप से सिलवानी के रहने वाले हैं, बच्चों के भविष्य और बेहतर शिक्षा के लिए करीब दस साल पहले भोपाल आए। यहां एक ट्रांसपोर्ट का ट्रक चलाते हैं। उनकी पत्नी गृहिणी हैं। हादसे के बाद पूरे परिवार पर गम का पहाड़ टूट पड़ा है। देर रात तक मुस्कान की मां को बेटी की मौत की सूचना नहीं दी गई थी।
नजीर खान और उनका परिवार बेहतर भविष्य की तलाश में भोपाल आए थे। अपने बच्चों की शिक्षा और भविष्य के लिए उन्होंने यहां नई शुरुआत की, लेकिन इस हादसे ने उनकी खुशियों को पूरी तरह से तोड़ दिया। मुस्कान की मां को देर रात तक बेटी की मौत की सूचना नहीं दी गई, यह भी एक बहुत कठिन निर्णय था जो परिवार को और भी ज्यादा दुख में डालने वाला था।
मुस्कान की मौत ने न सिर्फ उसके परिवार को अपूरणीय नुकसान पहुंचाया है, बल्कि यह हम सब को यह याद दिलाता है कि सड़क सुरक्षा और सावधानी हर किसी की जिम्मेदारी है। नजीर खान के परिवार को जो मानसिक और भावनात्मक आघात हुआ है||
दी भारत 24 न्यूज़ भोपाल
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