भोपाल :- घनश्याम सिंह

ग्लोबल इनवेस्टर समिट के आयोजन की तैयारियों के संबंध में प्रभारी मंत्री चेतन्य काश्यप ने बुधवार को बैठक की थी।
भोपाल में 24-25 फरवरी को ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (जीआईएस) होगी। इसमें देश-विदेश से करीब 20 हजार मेहमान आएंगे। अंबानी, अडाणी, महिंद्रा, टाटा समेत देश के तमाम बड़े उद्योगपतियों को आमंत्रित किया जाएगा। वे जिन सड़कों से गुजरेंगे, उन्हें 45 करोड़ रुपए में संवारा जा रहा है।ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (जीआईएस) के जरिए भोपाल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिल सकती है, और साथ ही राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल सकती है। उद्योगपतियों के लिए यह एक अच्छा अवसर होगा, क्योंकि इसमें वे निवेश के बारे में चर्चा कर सकते हैं और मध्यप्रदेश के विकास में भागीदार बन सकते हैं।
सड़कों को संवारा जाना भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे शहर की सुंदरता तो बढ़ेगी ही, साथ ही इवेंट में आने वाले मेहमानों के लिए भी बेहतर अनुभव मिलेगा।ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (जीआईएस) के जरिए भोपाल को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक नई पहचान मिल सकती है, और साथ ही राज्य की अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल सकती है। उद्योगपतियों के लिए यह एक अच्छा अवसर होगा, क्योंकि इसमें वे निवेश के बारे में चर्चा कर सकते हैं और मध्यप्रदेश के विकास में भागीदार बन सकते हैं।
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव का विदेश यात्रा पर जाना, खासकर यूके, जर्मनी और अब जापान, ये दिखाता है कि राज्य सरकार निवेश को लेकर गंभीर है और वैश्विक स्तर पर संबंध बढ़ाने की कोशिश कर रही है। इन देशों के साथ व्यापारिक रिश्ते मजबूत करने से राज्य को कई उद्योगों में निवेश आकर्षित करने में मदद मिल सकती है, जैसे कि ऑटोमोटिव, टेक्नोलॉजी, और मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर।
25 देशों से एक हजार विदेशी प्रतिभागियों का आना भी एमपी की ग्लोबल पहचान बनाने में मदद करेगा। विदेशी निवेशकों के लिए ये समिट एक बेहतरीन प्लेटफार्म हो सकता है, जिससे वे प्रदेश की विकास योजनाओं में रुचि दिखा सकते हैं।
सड़कों का संवारा जाना भी इवेंट की अहमियत को और बढ़ा देता है, क्योंकि इससे शहर की इन्फ्रास्ट्रक्चर का भी सुधार होगा, जो लंबी अवधि में पर्यटन और व्यवसायिक गतिविधियों के लिए फायदेमंद रहेगा।
ये प्रमुख उद्योगपति, जिन्हें आमंत्रित करेंगे
इन प्रमुख उद्योगपतियों का समिट में शामिल होना, न केवल एमपी के लिए एक बड़ा अवसर है, बल्कि यह भी दिखाता है कि राज्य में बड़े निवेश और विकास की संभावनाएं हैं। इन उद्योगपतियों के साथ चर्चा और साझेदारी से मध्यप्रदेश में कई प्रमुख क्षेत्रों में निवेश हो सकता है, जैसे कि:
- टेलीकॉम और डिजिटल क्षेत्र (सुनील मित्तल, सलिल पारेख) – ये क्षेत्र तेजी से बढ़ रहे हैं, और राज्य में डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए निवेश बढ़ सकता है।
- ऑटोमोटिव और मैन्युफैक्चरिंग (पवन मुंजाल, आनंद महिंद्रा) – महिंद्रा और हीरो जैसे नामों के साथ ऑटोमोटिव सेक्टर को गति मिल सकती है। मध्यप्रदेश को एक मैन्युफैक्चरिंग हब बनाने की दिशा में मदद मिल सकती है।
- प्रौद्योगिकी और नवाचार (रिशद प्रेमजी, अजीज प्रेमजी, एन. चंद्रशेखरन) – आईटी और टेक्नोलॉजी क्षेत्र में निवेश बढ़ने से राज्य में तकनीकी उन्नति और रोजगार के अवसरों में वृद्धि हो सकती है।
- फिनेंस और बैंकिंग (उदय कोटक, संजीव पुरी) – वित्तीय सेवाओं के क्षेत्र में निवेश से राज्य के वित्तीय इंफ्रास्ट्रक्चर और सेवाएं बेहतर हो सकती हैं।
- ऊर्जा और ऊर्जा ट्रांसपोर्ट (गौतम अडानी, बाबा कल्याणी) – अडानी और कल्याणी जैसे उद्योगपतियों का योगदान ऊर्जा और सस्टेनेबल प्रौद्योगिकियों में अहम हो सकता है।
इन उद्योगपतियों के साथ संपर्क से प्रदेश में न केवल आर्थिक वृद्धि होगी, बल्कि प्रदेश की कार्यक्षमता और अन्य राज्य के साथ प्रतिस्पर्धा भी मजबूत होगी।

सभी बड़े उद्योगपति वीआईपी रोड से होकर गुजरेंगे। इसलिए इसकी रिपेयरिंग भी की जाएगी।
राजधानी को संवारने के लिए इन्हें सौंपी जिम्मेदारी
राजधानी को संवारने के लिए पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन को सौंपी गई हैं। कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह की निगरानी में नगर निगम सौंदर्यीकरण, सड़कों की रिपेयरिंग कराएगा। पीडब्ल्यूडी ने भी 26 सड़कों की लिस्ट बनाई है, जिन पर 15 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। ट्रैफिक और सिक्योरिटी मैनेजमेंट पुलिस कमिश्नर संभालेंगे।राजधानी भोपाल को संवारने की जिम्मेदारी जिला प्रशासन को सौंपी गई है, खासकर कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह की निगरानी में। यह सुनिश्चित करेगा कि हर पहलू पर ध्यान दिया जाए और किसी भी तरह की देरी न हो। नगर निगम का सौंदर्यीकरण और सड़कों की रिपेयरिंग योजना से शहर की खूबसूरती तो बढ़ेगी ही, साथ ही यातायात की सुविधा भी बेहतर होगी।
पीडब्ल्यूडी द्वारा 26 सड़कों का चयन और उन पर 15 करोड़ रुपए खर्च किए जाने से यह सड़कों की गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित होगी, जो बड़े इवेंट्स के लिए जरूरी है। इसके अलावा, ट्रैफिक और सिक्योरिटी मैनेजमेंट पुलिस कमिश्नर के द्वारा संभालना एक अच्छी रणनीति है, क्योंकि समिट में बड़ी संख्या में मेहमान आएंगे और शहर में सुरक्षा और ट्रैफिक व्यवस्था का अच्छा प्रबंधन जरूरी होगा।

ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट के दौरान भोपाल को और भी आकर्षक बनाने के लिए जो कदम उठाए जा रहे हैं, वे शहर के पर्यटन और संस्कृति को बढ़ावा देंगे।
- भीमबैटका और सांची जैसे ऐतिहासिक स्थल – इन जगहों पर मेहमानों को ले जाना न केवल उनकी यात्रा को यादगार बनाएगा, बल्कि यह ऐतिहासिक धरोहरों के प्रति भी उनकी रुचि को बढ़ाएगा। सांची का विश्व धरोहर स्थल और भीमबैटका की गुफाएं, दोनों ही जगहों पर सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व है।
- बड़ा तालाब और बोट क्लब – तालाब का सौंदर्यीकरण और बोटिंग व्यवस्था से न केवल शहर की सुंदरता बढ़ेगी, बल्कि यह पर्यटकों के लिए एक बहुत अच्छा अनुभव होगा। यहां पर पर्यटन को बढ़ावा देने का एक बेहतरीन तरीका है।
- जनजातीय संग्रहालय और विशेष प्रदर्शनी – मध्यप्रदेश की जनजातीय संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए यह एक बेहतरीन कदम है। यह स्थानीय कला और संस्कृति को दर्शाता है, जो पर्यटकों के लिए खासा आकर्षण का केंद्र होगा।
- फूड फेस्टिवल और शॉपिंग फेस्टिवल – भोपाल के पारंपरिक व्यंजनों और हस्तशिल्प को प्रदर्शित करना भी एक शानदार तरीका है, ताकि लोग न केवल राज्य की संस्कृति का अनुभव करें, बल्कि उन्हें स्थानीय उत्पादों को खरीदने का भी अवसर मिले। इससे न केवल राज्य का पर्यटन बढ़ेगा, बल्कि स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी फायदा होगा।
ये सभी योजनाएं निश्चित ही भोपाल को एक पर्यटन हब के रूप में और स्थापित कर सकती हैं।

पीडब्ल्यूडी इन सड़कों को संवारेगा
पीडब्ल्यूडी के चीफ इंजीनियर संजय मस्के ने बताया, 26 सड़कों को 15 करोड़ रुपए से संवारा जा रहा है। इनमें एयरपोर्ट रोड, लिंक रोड नंबर-1, 2 और 3, वीआईपी रोड, एमपी नगर, वन विहार, रोशनपुरा, रंगमहल, श्यामला हिल्स जैसे प्रमुख सड़कें भी शामिल हैं।
नगर निगम द्वारा सड़कों की मरम्मत और सौंदर्यीकरण के लिए 30 करोड़ रुपए का खर्च करना बहुत बड़ा कदम है और इससे शहर की बुनियादी संरचना में सुधार होगा। वीआईपी रोड जैसे प्रमुख इलाकों में सुधार से न केवल यातायात को सुगम बनाया जाएगा, बल्कि इन स्थानों की सुंदरता भी बढ़ेगी।
- गोहर महल और कैफेटेरिया सीढ़ीयों की मरम्मत और पेंटिंग – ये ऐतिहासिक स्थल हैं, और इनका रखरखाव और सौंदर्यीकरण पर्यटकों के अनुभव को और बेहतर बनाएगा। साथ ही, यह जगह और भी आकर्षक बनेगी।
- एयरपोर्ट एप्रोच रोड और रिटेनिंग वॉल – एयरपोर्ट के पास इन कार्यों से यह सुनिश्चित होगा कि मेहमानों के लिए यात्रा का अनुभव अधिक सुखद और सुरक्षित हो।
- बोट क्लब, वन विहार और मैनिट क्षेत्र में कार्य – इन स्थानों के सुधार से पर्यटन और स्थानीय जीवन दोनों को लाभ होगा। बोट क्लब और वन विहार जैसे हॉटस्पॉट्स पर काम होने से ये पर्यटन स्थल और ज्यादा आकर्षक बनेंगे।
30 करोड़ रुपए की राशि कई प्रमुख सड़कों की रिपेयरिंग और सौंदर्यीकरण के लिए खर्च की जाएगी, जो शहर की इन्फ्रास्ट्रक्चर को सुधारने के लिहाज से बेहद जरूरी है, खासकर जब बड़ी संख्या में मेहमान शहर में आ रहे हों। यह निवेश शहर की दीर्घकालिक विकास योजनाओं के लिए भी महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि यह सड़क नेटवर्क और सार्वजनिक स्थानों की गुणवत्ता को बेहतर बनाएगा।
द भारत 24 न्यूज़ भोपाल
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