भोपाल :- विकाश मौर्य

भोपाल ||
सौरभ शर्मा और उसके दोनों साथी पुलिस रिमांड पर हैं।
आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा और उसके दोनों सहयोगियों शरद जायसवाल और चेतन को पुलिस रिमांड के दौरान हाई सिक्योरिटी में रखा गया है। हर 24 घंटे में तीनों का मेडिकल चेकअप कराया जा रहा है। तीनों के लिए खाना लोकायुक्त कार्यालय में बने किचन में ही तैयार कराया जाता है। इस खाने को पहले अधिकारी स्वयं खाकर चेक करते हैं। तीनों ने मंगलवार और बुधवार की रातें पुराने शहर के कोहेफिजा थाने में काटी थी।
इस थाने में एक ही पुरुष बंदी बैरक है। तीनों की सुरक्षा के लिए बैरक के बाहर एक-चार का गार्ड तैनात किया गया है। यह तैनाती लोकायुक्त की ओर से कराई गई है। थाने के रोजनामचे में बाकायदा तीनों की आमद दर्ज की गई है। थाने के बाहर भी लोकायुक्त की ओर से रिजर्व लाइन का पुलिस बल तैनात कराया जा रहा है। बाहरी सुरक्षा में चार जवान तैनात रहते हैं। थाने के स्टाफ को तीनों से बातचीत की इजाजत नहीं होती है।

हर चौबीस घंटे में तीनों का मेडिकल चेकअप कराया जा रहा है। गुरुवार को हमीदिया में मेडिकल के लिए लाए जाने के दौरान सौरभ शर्मा (काली टीशर्ट में)
विवेचक, अधिकारियों और 3 डीएसपी के अलावा किसी को एंट्री नहीं
सौरभ शर्मा और उनके सहयोगियों के मामले को लेकर अधिकारियों द्वारा पूरी तरह से सतर्कता बरती जा रही है। उनके पूछताछ के स्थान पर इतनी कड़ी सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं ताकि कोई भी अनधिकृत व्यक्ति या कर्मचारी वहां न जा सके और किसी भी प्रकार की जानकारी लीक होने से बचा जा सके।
केस के विवेचक, आला अधिकारी और तीन डीएसपी रैंक के अधिकारी ही उस फ्लोर पर मौजूदरहते हैइससे यह भी साबित होता है कि इस मामले में उच्च स्तर की निगरानी और सावधानी बरती जा रही है। इसके अलावा, किसी अन्य अधिकारी को वहां जाने की अनुमति सिर्फ उच्च अधिकारियों की इजाजत से मिल रही है, जो सुरक्षा को सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है।
जिस प्रथम तल पर तीनों आरोपियों से अलग-अलग कमरे में पूछताछ की जा रही है, वहां भी अलग से सुरक्षा के इंतजाम किए गए हैं। सख्त सुरक्षा व्यवस्था के चलते केस के विवेचक और कार्यालय के दो आला अधिकारियों और उस फ्लोर पर मौजूद तीन डीएसपी रैंक के अधिकारियों को छोड़कर किसी भी अन्य अधिकारी-कर्मचारी को इस फ्लोर पर जाने की इजाजत नहीं है। अगर यहां जाना भी हो तो अधिकारियों की अनुमति आवश्यक कर दी गई है।
ब्रेकफास्ट से लेकर लंच और डिनर तक का मेन्यू फिक्स
आरोपियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को लेकर बेहद सतर्कता बरती जा रही है, खासकर उनके खाने को लेकर। उनके लिए एक निर्धारित मेन्यू तैयार किया गया है, जो न सिर्फ उनकी सेहत का ध्यान रखता है, बल्कि फूड पॉयजनिंग जैसी समस्याओं से बचने के लिए भी जरूरी है।
डीएसपी स्तर के अधिकारी द्वारा मेन्यू तय होता है , किसी भी प्रकार की लापरवाही को रोकने के लिए यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि उनका खाना सेहतमंद हो। पोहा, उपमा, रोटी, दाल और स्टीम राइस जैसे सादा और सेहतमंद भोजन तीनों को दिया जा रहा है, जो उन्हें किसी तरह की बीमारी से बचाने के लिहाज से अच्छा हो सकता है।
अधिकारी खुद इस खाने का परीक्षण करते हैं, जो यह दर्शाता है कि हर स्तर पर निगरानी और सावधानी बरती जा रही है। ऐसा व्यवस्था केवल उच्च सुरक्षा और स्वास्थ्य की गंभीरता को दिखाता है।
खबर जारी है……………
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