भोपाल :- विकाश मौर्य

सीएम हाउस में जनजातीय देवलोक महोत्सव का आयोजन किया गया।
भोपाल, 4 मार्च: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सीएम हाउस पर आयोजित जनजातीय देवलोक महोत्सव में प्रदेशभर से आदिवासी समाज के लोग एकत्रित हुए। इस दौरान राज्य के मंत्री विजय शाह ने एक गंभीर आरोप लगाया कि आदिवासियों को चुनाव के पहले सीएम हाउस बुलाया जाता था, जो एक प्रकार से चुनावी रणनीति का हिस्सा हो सकता था।
मंत्री विजय शाह के इस आरोप पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने जवाब दिया और कहा, “अगले चुनाव में अगर आप कहेंगे, तो हम पहले ही जनप्रतिनिधि तय कर देंगे।” सीएम के इस बयान से यह साफ होता है कि मुख्यमंत्री आदिवासी समाज के चुनावी प्रतिनिधित्व को लेकर एक नई दिशा देने का इरादा रखते हैं।
महोत्सव में प्रदेशभर से आदिवासी समाज के विभिन्न समुदायों जैसे पटेल, पुजारा, तडवी, भगत, भूमक, पंडा और धर्माचार्य शामिल हुए। इस अवसर पर समाज के युवाओं-युवतियों ने अपनी पारंपरिक नृत्य प्रस्तुतियों से समां बांध दिया। बैगा, कोरकू और गोंड जनजाति के प्रतिनिधि भी मंच पर मौजूद रहे।
कार्यक्रम की शुरुआत सीएम मोहन यादव, केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उइके, मंत्री विजय शाह, नागर सिंह चौहान, विधायक भगवान दास सबनानी और आदिवासी समाज के पंडा पुजारियों के साथ बड़ा देव की पूजा से की गई।

आयोजन में शामिल होने के लिए प्रदेशभर से आदिवासी भोपाल पहुंचे।
“शाह का आरोप- ‘कोई सम्मान करता है तो चुनाव के पहले करता है'”
मध्य प्रदेश के जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह ने जनजातीय देवलोक महोत्सव के दौरान एक महत्वपूर्ण बयान दिया। उन्होंने कहा, “मैं 35 साल से देख रहा हूं कि हमारे जनजातीय वर्ग का सम्मान सिर्फ चुनाव के पहले किया जाता है। चुनाव से पहले हमें सीएम हाउस बुलाया जाता था, लेकिन चुनाव के बाद हमारी कोई सुनवाई नहीं होती।”
“सीएम ने कहा- ‘अभी चुनाव नहीं, फिर भी सबको बुलाया'”
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने जनजातीय कार्य मंत्री कुंवर विजय शाह के बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त की। मंत्री विजय शाह ने जनजातीय देवलोक महोत्सव के दौरान कहा था कि आदिवासियों को चुनाव के समय सीएम हाउस बुलाया जाता था। इस पर सीएम मोहन यादव ने मंत्री शाह से कहा, “विजय भैया, आपने कहा कि जब चुनाव आते थे तो लोग हमें बुलाते थे। मैं आपको डंके की चोट पर कह रहा हूं कि आने वाले चुनाव के पहले आप जिन-जिनको कहेंगे, हम उन सबको पहले से ही आपके बीच में जनप्रतिनिधि बनने के लिए तय कर देंगे।”
सीएम ने यह भी कहा, “यह सही है कि अभी चुनाव नहीं हैं, लेकिन फिर भी हमने सबको बुलाया है। क्योंकि चुनाव जीतने में सबकी सहभागिता रही है। ऐसे में अब मेरा फर्ज बनता है कि उनको बुलाकर उनके साथ उत्सव मनाएं।”
मुख्यमंत्री का यह बयान यह दर्शाता है कि वे आदिवासी समाज की सक्रिय भागीदारी को सम्मान देते हुए उन्हें अधिक सशक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस बयान से यह भी संकेत मिलता है कि आगामी चुनावों में आदिवासी समुदाय को अधिक प्रतिनिधित्व देने का प्रयास किया जाएगा।

“होली में जनजातीय समुदाय का त्योहार, अलग ही आनंद का अनुभव”
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आदिवासी समाज के पारंपरिक त्योहार भगोरिया की सराहना की। उन्होंने कहा, “होली में जनजातियों के इस त्योहार का अलग ही आनंद है। लोग काला चश्मा तो कई बार रात में भी नहीं उतारते। कहीं ताड़ी का प्रसाद मिलता है और आलीराजपुर जैसे स्थानों पर तो आपकी खुशबू में ही एक अलग आनंद आने लगता है।”
सीएम ने आगे कहा कि आदिवासी समाज की सांस्कृतिक धरोहर और परंपराओं को देखते हुए उनके उत्सवों का आनंद लिया जा सकता है। उन्होंने आदिवासी समाज की संकल्पशक्ति की भी तारीफ करते हुए कहा, “आदिवासी समाज अपनी संस्कृति, जंगल-जमीन और जमीर को बचाने के लिए हमेशा डटकर खड़ा रहा है।”
मुख्यमंत्री ने इस दौरान आदिवासी समाज की कठिनाइयों और उनकी संघर्षशीलता को स्वीकार करते हुए उनकी भूमिका को महत्वपूर्ण बताया। भगोरिया महोत्सव के जश्न में सीएम ने आदिवासी समुदाय की जीवनशैली और उनकी संस्कृति को एक अनमोल धरोहर करार दिया।
“आदिवासियों के लिए पीएम मोदी ने किया सराहनीय काम: सीएम मोहन यादव”
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आदिवासी समाज के लिए किए गए कामों का उल्लेख करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने रानी दुर्गावती के नाम पर पहली कैबिनेट बैठक जबलपुर में की। इसके साथ ही, उन्होंने बताया कि टंट्या मामा के नाम पर खरगोन में विश्वविद्यालय की शुरुआत की गई, ताकि उनके संघर्ष और योगदान को याद किया जा सके।
सीएम ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सराहना करते हुए कहा, “मोदी जी ने आदिवासी समाज के लिए अद्भुत काम किया है। इसी बजट में मजरा टोला और फलिया में सड़क बनाने की घोषणा की गई है।”
सीएम ने यह भी उल्लेख किया कि जल जीवन मिशन की मंत्री आदिवासी समाज से हैं, और नागर सिंह और उनकी भाभी जी की जोड़ी आदर्श है। “भाई मंत्री, भाभी सांसद। हमारे अच्छे लोग मैदान में आते हैं और हजारों-लाखों वोटों से जीतते हैं,” सीएम ने कहा।

केंद्रीय राज्यमंत्री दुर्गादास उइके
केंद्रीय राज्यमंत्री दुर्गादास उइके ने आदिवासी संस्कृति और समाज के महत्व को उजागर करते हुए कहा कि आदिवासियों का एक महत्वपूर्ण ग्रंथ ऋग्वेद है। उन्होंने यह भी कहा, “भगवान राम जब वनवास गए, तो वे हमारी शबरी माता के आश्रम गए थे। उस समय जंगल में सभी राजा आदिवासी हुआ करते थे।”
उइके ने यह भी बताया कि वानर का अर्थ ‘वन में रहने वाला’ होता है, और खाटूश्याम आदिवासी समाज की बेटी हिडिंबा के वंशज हैं। उन्होंने इस कार्यक्रम को आदिवासी संस्कृति के लिए एक मील का पत्थर बताया और इस तरह के आयोजनों को महत्वपूर्ण बताया, जो आदिवासी समाज के गौरव को दर्शाते हैं और उनकी सांस्कृतिक धरोहर को जीवित रखते हैं।

जनजातीय कल्याण मंत्री कुंवर विजय शाह
जनजातीय कल्याण मंत्री कुंवर विजय शाह ने एक कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की सराहना करते हुए कहा कि हम कलयुग में जी रहे हैं, और महाभारत में जहां अर्जुन के सारथी भगवान कृष्ण थे, वहीं आज उज्जैन के निवासी मोहन यादव विकास के रथ को आगे बढ़ा रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा, “जहां कृष्ण ने शिक्षा ग्रहण की, उस उज्जैन के वासी मोहन आज विकास की बागडोर अपने हाथ में लेकर उसे सही दिशा में ले जा रहे हैं।”
शाह ने यह भी स्पष्ट किया कि कलयुग में भी हमारे सारथी मोहन यादव ही हैं, जो प्रदेश के विकास को नई ऊंचाइयों तक पहुंचा रहे हैं। उनके इस बयान से यह जाहिर होता है कि वे मुख्यमंत्री मोहन यादव के नेतृत्व में हो रहे विकास कार्यों को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त और उत्साहित हैं।
द भारत 24 न्यूज़ भोपाल
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