ग्वालियर – राजकुमार शर्मा

ग्वालियर के द लेगेसी प्लाजा में ब्लास्ट के बाद लोग नीचे की तरफ भागे थे। उन्हें लगा कि भूकंप आया है।
ग्वालियर, 6 मार्च 2025: ग्वालियर के द लेगेसी प्लाजा में एलपीजी सिलेंडर से गैस लीक होने के कारण एक बड़ा धमाका हुआ। पुलिस जांच में खुलासा हुआ कि धमाका करने वाले देवर-भाभी, रंजना राणा (जाट) और अनिल राणा, सिलेंडर से गैस लीक कर रील्स बना रहे थे। रंजना बार-बार लोहे की छड़ से गैस लीक कर रही थी, जबकि अनिल रील बना रहा था। इस दौरान आधा सिलेंडर खाली हो गया और अनिल ने जैसे ही लाइट जलाई, धमाका हो गया।
धमाके से हुआ नुकसान:
धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि सात मंजिला अपार्टमेंट के 100 से ज्यादा फ्लैटों को नुकसान पहुंचा। करीब 50 फ्लैटों की खिड़कियों के कांच टूट गए, जबकि फ्लैट L-1 के पास स्थित फ्लैट L-2 और L-3 के दरवाजे भी उखड़कर दूर जा गिरे। धमाके के प्रभाव से पार्किंग में खड़ी 15 से ज्यादा कारों के शीशे चकनाचूर हो गए।
पुलिस ने रंजना और अनिल के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। धमाके से आसपास के इलाके में हड़कंप मच गया और लोग सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।

धमाके की तीव्रता का बयान
घटनास्थल पर मौजूद कई चश्मदीदों ने बताया कि धमाका इतनी तेज आवाज में हुआ कि उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी में इतना तेज धमाका पहले कभी नहीं सुना था। टूटी हुई खिड़कियों से महिलाएं और बच्चे बाहर झांकते नजर आ रहे थे। एक निवासी ने कहा, “धमाका इतना जबरदस्त था कि ऐसा लग रहा था जैसे किसी ने बम ब्लास्ट कर दिया हो। हम सब सकते में आ गए थे।”
लोगों का डर और भागना
धमाके के बाद, अपार्टमेंट के फ्लैटों में तेज कंपन हो रहा था और कांच टूटकर बिखर रहे थे। कुछ लोग तो भूकंप का अंदाजा लगा रहे थे क्योंकि फ्लैट्स में तेज झटका महसूस हो रहा था। दहशत के मारे लोग अपने बच्चों को लेकर बाहर की तरफ दौड़ पड़े। जब वे नीचे पहुंचे, तब असली स्थिति का पता चला और वे समझ पाए कि यह गैस लीक के कारण हुआ था।
धमाके की तीव्रता इतनी ज्यादा थी कि कुछ लोग भूकंप का अंदाजा लगा रहे थे। फ्लैटों में कंपन हो रहा था और कांच टूटकर बिखर रहे थे। दहशत के मारे कई लोग बच्चों को लेकर बाहर की ओर दौड़ पड़े। एक निवासी ने बताया, “हमने तुरंत बच्चों को उठाया और बाहर भागे। जब हम नीचे पहुंचे तो असली स्थिति का पता चला और हम समझ पाए कि गैस लीक के कारण यह धमाका हुआ था।”

घटना में रंजना और अनिल घायल हो गए थे। वे रिश्ते में देवर और भाभी हैं।
पूरी बिल्डिंग में कंपन और अफरा-तफरी
L-6 फ्लैट में रहने वाले नरेंद्र कुमार ने बताया, “धमाके की आवाज सुनते ही मैं बाहर निकला। मेरे फ्लैट की सभी खिड़कियों के शीशे टूट चुके थे और सामने वाले फ्लैट में आग लग गई थी। पूरी बिल्डिंग में कंपन हो रहा था, जिससे ऐसा लग रहा था कि बिल्डिंग गिरने वाली है।”
उन्होंने आगे कहा, “पड़ोसी चिल्ला रहे थे कि भागो-भागो, बिल्डिंग गिरने वाली है। मुझे भी डर लगा, तो मैं अपने परिवार और बच्चों को लेकर नीचे की ओर भागा। इस बीच, जिस फ्लैट से धमाका हुआ था, वहां के लोग जलते हुए बाहर आ रहे थे। जब हमें यह लगा कि बिल्डिंग नहीं गिरेगी, तब हम वापस अपने फ्लैट में गए।”

घटना की पृष्ठभूमि
एएसपी सुमन गुर्जर ने बताया कि धमाके वाले फ्लैट में दो दिन पहले ही लोग वहां से चले गए थे और एक नया एलपीजी सिलेंडर लाया गया था। हालांकि, सिलेंडर आधा खाली था और सिलेंडर से गैस का रिसाव होने की आशंका जताई जा रही है। इसके बाद, सिलेंडर को हटा दिया गया, लेकिन कमरे में पहले से गैस भर चुकी थी।
विस्फोट का कारण
एएसपी ने बताया कि गैस के रिसाव के कारण कमरे में वैक्यूम बन गया था, और जैसे ही लाइट ऑन की गई, विस्फोट हो गया। यही कारण प्रारंभिक जांच में सामने आ रहा है।
घायलों का उपचार
धमाके में घायल हुए दोनों व्यक्तियों का उपचार जारी है और उनकी हालत में सुधार की जानकारी प्राप्त हो रही है। अधिकारियों ने स्थिति को नियंत्रण में बताया और कहा कि इस मामले में आगे की जांच जारी है।
सुरक्षा चेतावनी
इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि गैस सिलेंडर का उपयोग करते समय अत्यधिक सतर्कता बरतने की जरूरत है। अधिकारियों ने सभी नागरिकों से अपील की है कि गैस लीक होने की स्थिति में तुरंत सावधानी बरतें और उचित सुरक्षा उपाय अपनाएं ताकि ऐसे हादसों से बचा जा सके।
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